पिता जी

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आपके बारे में क्या लिखूँ मैं मैं तो आपका ही रचना हूँ आप ही परिवार के हिम्मत है मैं करता आपको वंदन हूँ आपके दिये संस्कारों से मैं आपको महसूस करता ...

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